- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
- लिंक पाएं
- X
- ईमेल
- दूसरे ऐप
आजकल मोबाइल के दौर में हम और आप जो स्मार्टफोन इस्तेमाल कर रहे थे वह या तो एंड्रॉइड (android) बेस है या फिर आईओएस (IOS) बेस है ये स्मार्टफोन को ऑपरेट करने वाली बड़ी तकनीक है इसी तकनीक से पूरे स्मार्टफोन का सिस्टम चलता है ये तकनीक अब तक हमारे पास नहीं थी लेकिन आने वाले दिनों में इंडिया का अपना
स्मार्टफोनऑपरेटिंग सिस्टम आने वाला है फिर हमें इसके लिए किसी दूसरे देश का मुँह नहीं देखना पड़ेगा हम सबके पास होगा इंडिया वाला स्मार्टफोन क्या है ये मेक इन इंडिया वाला ऑपरेटिंग सिस्टम यह सब हम आपको इस ब्लॉग में बताने जा रहे हैनमस्ते दोस्तो आप पढ़ रहे है BizAndTac का हिंदी ब्लॉग
इस वक्त पूरे देश में गूगल के एंड्रॉयड और एप्पल
आईओएस का धौंस है इनके स्मार्टफोन की लोकप्रियता काफी ज्यादा है लेकिन हाल ही में गूगल पर अपनी पोजिशन का मिसयूज करने के लिए भारी जुर्माना लगने के बाद भारत सरकार अब एक मेड इन इंडिया देसी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की योजना बना रही है इसी तरह के आरोप आईओएस पर भी लग चुके हैं जिस मेक इन इंडिया ओएस (os)
सिस्टम को लाने की बात की जा रही है उसका नाम हमारे देश भारत के नाम पर पर रखा गया है जिसे भारओएस (BharOS) नाम दिया गया है।
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक BharOS बनाने का कदम महत्वपूर्ण है ये ऐसे समय में आया है जब गूगल देश में जांच के दायरे में है और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग सीसीआई ने एंड्रॉयड बेस स्टोर नीति के जरिए अपनी मौजूदगी का कथित रूप से दुरुपयोग
करने के लिए एंड्रॉइड पर पहले ही जुर्माना लगा चुका है
रिपोर्ट के मुताबिक यूएस (us) आधारित टेक दिग्गज ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में कहा कि गूगल के एंड्रॉयड ईको सिस्टम का विकास भारत में एक एंटीट्रस्ट ऑर्डर के कारण ठप होने की कगार पर है इसे आगे चलाने के लिए बदलाव की जरूरत है आपको बता दें कि इंडिया के सरकारी आयोग ने अक्टूबर में अल्फाबेट इंक के स्वामित्व वाली गूगल कंपनी पर एंड्रॉइड में अपनी प्रमुख स्थिति का फायदा उठाने के लिए एक सौ इकसठ (161) मिलियन डॉलर यानी भारतीय रुपये में ये रकम 13,12,25,46,500 13 अरब से ज्यादा का जुर्माना लगाया था जो भारत में अन्तानवे (97) फीसदी स्मार्टफोन को पावर देता है।
यह स्मार्टफोन निर्माताओ के लिए एक बड़े झटके की तरह है देश में नए मेड इन इंडिया ऑपरेटिंग सिस्टम के आने की वजह से उसका मुकाबला सीधा एंड्रॉयड और आईओएस से होगा फिलहाल तो देश में ऐपल के आईफोन और एंड्रॉयड स्मार्टफोन का इस्तेमाल होता है जिनका आपस में कॉम्पिटीशन काफी तगड़ा हैहम सभी जानते हैं कि भारत दुनिया का सबसे बडे मोबाइल बाजारों में से एक है अगर हमारे देश में अपना ऑपरेटिंग सिस्टम आ जाएगा तो हमें बाहर से इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी इससे कई फायदे होंगे एक तो देसी मोबाइल कंपनियों को बढ़ावा मिलेगा साथ ही दूसरे स्मार्टफोन निर्माता कंपनी भी भारत पर निर्भर होने लगेंगी जो कि देश की इकॉनमी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है इसके अलावा एक बड़ी बात यह होगी कि ग्राहकों को आज के मुकाबले कम कीमत में फोन मिल सकेंगे जो कि बेहतर देसी तकनीक वाले भरोसेमंद स्मार्टफोन साबित हो सकता है क्योंकि
इन पर कहीं न कहीं सरकार का नियंत्रण होगा।
आपको जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं हमे फॉलो और शेयर करना ना भूले।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें