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जो स्टार्टअप में दुबई की बड़ी कंपनी निवेश करने जा रही है दुबई की आबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी लेंसकार्ट में पचास करोड़ डॉलर यानी करीब चार हजार करोड़ रुपए निवेश करने जा रहा है इस निवेश के बदले लेंसकार्ट की मौजूदा प्रमोटर कुछ शेयर और कुछ नए शेयर अबु धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी को देंगे इस डील का ऐलान अगले हफ्ते तक हो सकता है।
इस डील के बाद लेंसकार्ट की वैल्यू 32 हजार करोड़ पर पहुंच जाएगी इसके अलावा अगले कुछ वर्षों में लेंसकार्ट की शेयर बाजार में भी एंट्री की प्लानिंग है लेंसकार्ट में सबसे बड़ा शेयर होल्डर इस वक्त सॉफ्टबैंक है लेंसकार्ट में सॉफ्टबैंक की 20.12 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि प्रेमजी इन्वेस्ट की 11.15 फीसदी , केदार कैपिटल की 9.55 फीसदी और टीआर कैपिटल का 8.28 फीसदी हिस्सा है
पीयूष बंसल की 8.21 फीसदी और उनकी
पत्नी नेहा बंसल की 8.18 फीसदी की हिस्सेदारी है इसके अलावा यूनिलेजर की 6.50 फीसदी इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन की 5.36 फीसदीऔर दूसरे निवेशकों की 17 फीसदी हिस्सेदारी है।
साल दो हज़ार दस में पीयूष बंसल ने अमित चौधरी के साथ मिलकर लेंसकार्ट की शुरुआत की थी
पीयूष अमेरिका की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट में काम करते थे कुछ नया करने के लिए वे साल दो हज़ार सात में इंडिया वापस आ गए
उनके इस फैसले से उनके पेरेंट्स बहुत परेशान हुए लेकिन पीयूष ने अपने पसंद के काम की खोज जारी रखी उन्होंने सबसे पहले सच पोर्टल माया कैंपस डॉट कॉम की शुरुआत की इस वेबसाइट पर
स्टूडेंट्स के लिए अकॉमेडेशन बुक्स कार पूल सर्विसेज और पार्ट टाइम जॉब के बारे में जानकारी मिलती थी ऑनलाइन बिजनेस की सफलता को देखते हुए उन्होंने एक साथ कई प्रयोग करने का फैसला किया और लेंसकार्ट डॉट कॉम जवैलरी डॉट कॉम वॉचकार्ट अर्थ डॉट कॉम बैग्स डॉट कॉम जैसी ऑनलाइन प्लैटफॉर्म
की शुरुआत की थोड़े समय बाद इन सभी प्लैटफॉर्म्स पर कस्टमर के फीडबैक के आधार पर उन्होंने लेंसकार्ट डॉट कॉम पर ज्यादा ध्यान देना शुरू किया आज भारत के सभी मुख्य शहरों में लेंस कार्ड के ऑफलाइन स्टोर्स है लेंस कार्ड के तीस शहरों में अस्सी से ज्यादा स्टोर है उसके अलावा फ्रेंचाइजी स्टोर की संख्या भी
अच्छी खासी है लेंसकार्ट के चश्मों के फ्रेम 400 रुपए से लेकर 30,000 रुपए तक की रेंज में आते हैं अच्छी क्वालिटी के फ्रेम सस्ते दामों में उपलब्ध कराकर लेंसकार्ट ने ऑयवियर मार्केट पर कब्जा जमा लिया कंपनी के पास पांच हजार से ज्यादा स्टाइल के चश्में है इतनी बड़ी रेंज शायद ही भारत में किसी कंपनी के पास मौजूद हो यही
सब खूबियां कार्ड को दूसरी ऑयवियर कंपनियों से अलग बनाती है।
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