शेयर बाजार में नुकसान का ये है प्रमुख कारण....











शेयर बाजार में पैसा कमाना कोई गुड्डे गुड़ियों का खेल नहीं है शेयर बाजार से मुनाफा घर लेकर जाने के लिए आपको बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं यानी सही स्टॉक की पहचान करनी है कंपनी के फंडामेंटल्स को जानना पड़ता है मार्केट की राय लेनी पड़ती है
जब सब कुछ फाइनल हो जाता है तब आपको लंबी अवधि के लिए पैसा इन्वेस्ट करना पड़ता है अगर आप जल्दबाजी में पैसा बनाने के चक्कर में फंस गए तो बंटाधार यानी सत्यानाश होना तय है अगर आप शेयर बाजार से जुड़े हुए हैं ।
तो आपको राकेश झुनझुनवाला की वह बात तो याद होगी कि शेयर बाजार में सौ में से एक आदमी ही पैसा बनाता है बाकी निन्यानवे

लोग शेयर बाजार में पैसा गवा देते हैं यानी निन्यानवे लोगों का पैसा एक आदमी की जेब मे जाता है

आज इसी बात की पुष्टि हुई है यानी कन्फर्मेशन मिल गया है









अब कहाँ से कन्फर्मेशन आया है ये भी जान लीजिए भारतीय शेयर बाजार की रेगुलेटर सेबी के इस साल एक स्टडी की है
इस स्टडी में काफी हैरान करने वाली बात सामने आई उस रिपोर्ट में बताया गया है कि दस में से नौ लोग जो F&O
(F&O का मतलब है फ्यूचर एंड ऑप्शन्स ये शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का एक तरीका होता है)  में ट्रेड करते हैं वह पैसा नहीं बना पा रहे हैं यानी दस में सिर्फ एक ट्रेडर ऐसे लोगों से पैसा या मुनाफा कमा पा रहा है बाकी लोग अपना पैसा लुटा रहे हैं
अब यह स्टडी कैसे और किसके सहयोग यानी मदद से बनी है ये जान लीजिए इस स्टडी को सेबी ने डिपार्टमेंट ऑफ इकनॉमिक ऐंड पॉलिसी एनालिसिस के साथ मिलकर बनाया है इस रिपोर्ट में कौन कौन लोग पार्टिसिपेट कर रहे हैं यह भी बता दें आपको की इस रिपोर्ट में देश के टॉप दस स्टॉक ब्रोकर्स के प्रमुख
ग्राहकों का डेटा लिया गया है इन टॉप दस ब्रोकर्स के प्रमुख ग्राहकों का फाइनेंशियल 2019 से फाइनेंशियल ईयर 2022 तक का डेटा इसमें शामिल किया है
इस रिपोर्ट में अब क्या क्या बातें सामने आई है वो आपके होश उड़ा सकते सेबी की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इक्विटी f&o सेगमेंट में 89% लोगो को जबरदस्त घाटा हुआ है
फाइनैंशल इयर 2022 के दौरान एवरेज ट्रेडर को 1.1 लाख रुपए से लेकर एक दशमलव दो पांच 1.25लाख रुपए का नुकसान हुआ है
बचे हुए ट्रेडर यानी 100% माइनस 89% यानी 11% ट्रेडर को कितना मुनाफा हुआ है यह भी समझ लीजिये तो जनाब 11% ट्रेडर को फाइनेंशियल ईयर 2022 मे 1.5 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ यानी ये लोग डेढ़ लाख रुपए के आसपास का मुनाफा कमा पाए
इससे तो साफ तौर पर यही जाहिर होता है 89%
लोग जो पैसा गवाह रहे हैं वहीं पैसा 11% लोगों की जेब में जा रहा है इस रिपोर्ट में यह भी बात सामने आई है कि F&O में ट्रेड करने वाले लोग 30 से 40 साल की उम्र के हैं इनकी हिस्सेदारी की बात की जाए तो ये आंकड़ा 39% तक पहुंच जाता है वहीं 20 से 30 साल के युवा भी कम नहीं है
ये लोग भी F&O में जमकर ट्रैड कर रहे हैं इनका परसेंटेज देखें तो ये आंकड़ा है करीब 11% का
अब इस डेटा का या स्टडी करने के पीछे का मकसद क्या रहा वो भी जान लीजिए सेबी का मानना है की स्टडी से इन्वेस्टर्स में जागरूकता आती है
उनको इस स्टडी से यह पता चलता है कि उनको करना क्या चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए
बता दें सेबी भी इस स्टडी के आउटकम से परेशान हैं इसलिए सेबी भी जल्द ही ब्रोकर और एक्सचेंज को गाइडलाइन्स जारी करने वाली इस गाइडलाइन में से भी एडिशनल रिस्क डिस्क्लोजर पर अपनी दिशानिर्देश जारी करेगी ताकि इन्वेस्टर्स को बाजार से जुडी सही जानकारी और दिशा निर्देश मिलते रहे
आपको बता दें भारतीय शेयर बाजार को रेगुलेट करने का सारा दारोमदार सेबी के पास इस समय समय पर से भी कंज्यूमर अवेयरनेस और फाइनेंशियल लिटरेसी के लिए जरूरी कदम उठाती रहती है।




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